लखनऊ: समाजवादी पार्टी में चल रहे विवादों के बीच चुनाव आयोग में 'साइकिल' पर अपना दावा जताकर लौटे मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि अगले चुनाव में अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। हालांकि उन्होंने इस बात का जवाब नही दिया कि पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका कौन निभायेगा। साथ ही प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न देने वाले फार्म पर किसके हस्ताक्षर दिखाई देंगे।माना जा रहा हैं इन सभी सवालों पर मंगलवार को अखिलेश के साथ होने वाली बैठक में चर्चा की जायेगी। बता दें कि सोमवार शाम दिल्ली से लखनऊ लौटे मुलायम सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि "समाजवादी पार्टी एक ही है। चुनाव के बाद अगले सीएम अखिलेश यादव ही रहेंगे। इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है। समाजवादी पार्टी ना टूटी है और ना टूटेगी।
अब तक सुलह की 7 कोशिशें हो चुकी है नाकाम
-आपको बता दें कि सुलह की पहली कोशिश 31 दिसंबर 2016 को की गई। जब मुलायम के साथ हुई मीटिंग में अखिलेश ने अपनी 4 शर्तें रखी थीं।
-जिसमें पहली शर्त में अखिलेश ने अमर सिंह को पार्टी से बर्खास्त करने के लिए कहा था।
-दूसरी शर्त में अखिलेश ने कहा कि शिवपाल यादव को राष्ट्रीय राजनीति में भेजा जाए।
-तीसरी शर्त में कहा गया कि टिकट बंटवारा मुलायम और अखिलेश की सहमति से हो। इसमें किसी तीसरे की दखलंदाजी न हो।
-चौथी शर्त में मांग की गई कि टीम अखिलेश के बर्खास्त लोगों को भी पार्टी में वापस लिया जाए।
-हालांकि अखिलेश की ये सभी शर्तें नहीं मानी गईं।
-जबकि सुलह की दूसरी कोशिश 2 जनवरी को की गई। जब सपा के सिंबल पर दावेदारी के लिए शिवपाल और अमर सिंह के साथ मुलायम चुनाव आयोग पहुंचे।
-3 जनवरी को अपनी तीसरी सुलह की कोशिश के चलते अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह के घर पर जाकर मुलाकात की, पर बात नहीं बनी।
-बता दें कि 4 जनवरी को हुई अपनी चौथी सुलह की कोशिश में आजम के साथ मुलायम की 5 घंटे तक बातचीत हुई, लेकिन फिर भी कोई समझौता नहीं हो सका।
- लेकिन पांचवी बार ये कोशिश 5 जनवरी को की गई। जब देर रात तक करीब 4 घंटे मुलायम, शिवपाल और अमर सिंह के बीच दिल्ली में बातचीत हुई।
- 6 जनवरी को छठी बार सुबह अखिलेश यादव से शिवपाल और अमर ने मुलाकात की।लेकिन कोई फैसला नही हो पाया।
- सातवीं बार 8 जनवरी रविवार की सुबह अखिलेश ने मुलायम को फोन किया था। मुलायम ने अखिलेश के सामने दो शर्तें रखीं थीं। पहली की वे नेशनल प्रेसिडेंट बने रहेंगे और दूसरी शिवपाल प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। सूत्रों के अनुसार ये दोनों ही शर्तें अखिलेश ने नहीं मानी थी।
- बहरहाल आज आठंवी बार 10 जनवरी को अखिलेश एक बार फिर मुलायम के घर उनसे मिलने पहुंचे हैं।