नई दिल्ली. देश में पहली बार शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा चार जजों ने प्रेस वार्ता कर देश से सुप्रीम कोर्ट को बचाने की अपील की। जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक काम नहीं कर रहा है।इस मुद्दे को लेकर चीफ जस्टिस से बात की गई लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। ऐसे में यह प्रेस वार्ता करनी पड़ी।
-जस्टिस चलमेश्वर ने कहा है कि हमनें पिछले दो महीनों के हालातों के लेकर ये प्रेस कॉन्फ्रेेस की है।
-उन्होंने कहा कि अगर ऐसा चलता रहा तो लोकतांत्रिक परिस्थिति ठीक नहीं रहेगी।
-जस्टिस ने कहा कि अगर हमने देश के सामने ये बातें नहीं रखी और हम नहीं बोले तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।हमने चीफ जस्टिस से अनियमितताओं पर बात की।'
-उन्होंने बताया कि चार महीने पहले हम सभी चार जजों ने चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखा था। जो कि प्रशासन के बारे में थे, हमने कुछ मुद्दे उठाए थे। लेकिन उन्होंने चार जजों की बात को नहीं समझा। ऐसे में देश की जनता को फैसला लेना होगा।
-जजों ने कहा कि हम नहीं चाहते कि हम पर कोई आरोप लगाए।
प्रेस वार्ता के बाद पीएम मोदी ने रवि शंकर प्रसाद को किया तलब
-जजों के प्रेसवार्ता के बाद पीएम मोदी ने रविशंकर प्रसाद और पीपी चौधरी को बुलाया है।
ये जज रहें मौजूद
-जस्टिस जस्ती चेलमेश्वर
-जस्टिस रंजन गोगोई
-जस्टिस मदन लोकुर
-जस्टिस कुरियन जोसेफ
In a first, four judges appeal to nation to save Supreme Court
— ANI Digital (@ani_digital) January 12, 2018
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